computer knowledge

computer fundamental, hardware, software, technical,application software, system software, CCC course, Microsoft Office 2007, 2010, 2013, 2016, LIBREOFFICE, tally ERP 9 with GST, PhotoShop, Corel draw, page maker and HTML.

YouTube

Breaking

Thursday, 21 May 2020

डोमेन नेम सिस्टम

डोमेन नेम सिस्टम

इंटरनेट से जुड़े प्रत्येक कंप्यूटर या उपकरण को श्रवन द्वारा एक विशेष अंकीय बता दिया जाता है जिसे ip-address कहते हैं इस अंकीय पता को याद रखना एक कठिन कार्य है दूसरी तरफ कंप्यूटर सर्वर केवल बायनरी अंकों वाले अंकिता की ही पहचान कर सकता है इस समस्या के हल के लिए डोमेन नेम सिस्टम का प्रयोग किया जाता है डोमेन नेम सिस्टम संख्याओं से बने आईपी ऐड्रेस को शब्दों से बने डोमेन नेम में बदल देता है जो याद रखने और उपयोग करने में आसान होता है डोमेन नेम सिस्टम से सभी (Domain Name) तथा उससे संबंधित ip-address का संग्रह होता है ।

       जब हम किसी वेब ब्राउजर पर किसी वेबसाइट का नेम टाइप करते हैं तो डोमेन नेम सिस्टम उसे अंकीय पता ( IP Address )में बदल देता है ताकि उस कंप्यूटर की पहचान कर उससे संपर्क स्थापित कर सकें ।

    Domain Name केस सेंसिटिव (case sensitive) नहीं होता, अर्थात उन्हें बड़े (Capital letters) अक्षरों या छोटे अक्षरों (small letters)किसी में भी टाइप करने पर सामान परिणाम प्राप्त होता है।


डोमेन नेम (Domain Name)नेटवर्क में प्रत्येक वेबसाइट को एक विशेष (Unique) नाम दिया जाता है जो वेबसाइट का पता (Address) होता है।
किसी भी दो वेबसाइट का डोमेन नेम एक समान नहीं हो सकता। (DNS) सर्वर डोमेन नेम को आईपी (IP Address) में बदलकर उस वेबसाइट की पहचान करता है डोमेन नेम में उस वेबसाइट का नाम तथा एक्सटेंशन नाम शामिल होता है प्रत्येक वेबसाइट का अपना अलग-अलग नाम होता है जबकि एक्सटेंशन नाम कुछ पूर्व निर्धारित विकल्पों में से कोई एक हो सकता है नाम तथा एक्सटेंशन को डॉट (.) द्वारा अलग किया जाता है।
     WWW डोमेन नेम का अंग होता है। पर यदि इसे ब्राउज़र के (Address Bar) पर टाइप ना किया गया हो तो वेब ब्राउजर इसे स्वयं जोड़ लेता है।



Domain Name के उदाहरण हैं
Google.com
 Yahoo.co.in 
Hotmail.com 

Name Extension

  • डोमेन नेम क्या अच्छा दोनों हो सकते हैं।

  • इसमें अधिकतम 64 कैरेक्टर हो सकते हैं।

  • इसमें एकमात्र विशेष कैरेक्टर hypen (-) पेन का प्रयोग किया जा सकता है।

  • डोमेन नेम का अंतिम भाग जिसे डॉट (.)के बाद लिखा जाता है किसी संगठन (Organisation) या देश कंट्री को इंगित करता है इसे (Domain Indicator) या Top Level Domain (TLD) भी कहते हैं।

  • संगठन को इंगित करने वाला डोमेन नेम (generic domain)कहलाता है जबकि देश को इंगित करने वाला डोमेन नेम country domain  कहलाता है।

  • टॉप लेवल डोमेन (TLD) एक्सटेंशन के कुछ उदाहरण हैं-


edu - education (शैक्षणिक)

com - commercial (व्यवसायिक)

org - organization (संस्थान)

gov - government (सरकारी)

mil - military (सैन्य संगठन)

net - networking (नेटवर्क)

int - international (अंतरराष्ट्रीय)

co - company (कंपनी)

info - information (सूचना प्रदाता)

Country Code टॉप लेवल डोमेन (ccTLD) के उदाहरण हैं-

in - India

uk - United Kingdom

us - United States America



No comments:

Post a Comment