computer knowledge

computer fundamental, hardware, software, technical,application software, system software, CCC course, Microsoft Office 2007, 2010, 2013, 2016, LIBREOFFICE, tally ERP 9 with GST, PhotoShop, Corel draw, page maker and HTML.

YouTube

Breaking

Friday, 22 May 2020

इंटरनेट के उपयोग, ई-मेल के लाभ व हानि

हेलो फ्रेंड्स स्वागत है आप सभी का हमारे कंप्यूटर नॉलेज हिंदी ब्लॉक पर, 
    दोस्तों इस पोस्ट में आप सीखने वाले हैं इंटरनेट के उपयोग, ईमेल ई-मेल के लाभ व हानि, और भी कई ऐसे तथ्य जो आपकी आने वाली परीक्षा में बहुत ही लाभकारी साबित होंगे ।

इंटरनेट के उपयोग


  • वर्ल्ड वाइड वेब (WWW-world wide web)

  • ईमेल (electronic mail)

  • सोशल नेटवर्किंग (social networking)
  • Facebook, Twitter, Orkut, linkedin, WhatsApp, Instagram, Blog, YouTube.

  • टेलीनेट या रिमोट लॉग-इन(Telenet/Remote Login)

  • वीडियो कांफ्रेंस (video conference)

  • इंस्टेंट मैसेजिंग (instant messaging)

  • चैटिंग (chatting)-internet relay chat

  • न्यूज़ ग्रुप (news group)

  • यूज नेट (use net)

  • इंटरनेट टेलिफोनी (internet telephony)

  • इंटरनेट प्रोटोकॉल टेलीविजन (IPTv)

  • ई-कॉमर्स (e-commerce)

  • ई बिजनेस(e-business)

  • ई प्रशासन (e-governance)

  • टेलिफोनी (e-Telephony)

  • शिक्षा और अनुसंधान (research and education) e-Learning, Virtual, Classroom.
  • मनोरंजन (Entertainment)

ई-मेल (E-mail)
         ई-मेल (electronic mail) इंटरनेट पर कम खर्च में तीव्र गति से massage भेजने या प्राप्त करने का एक लोकप्रिय साधन है। ई-मेल Client Server Model पर काम करता है। ई-मेल संदेश के साथ टेक्स्ट, फोटो, ऑडियो या वीडियो फाइल संलग्न कर भेजा जा सकता है जिसे Attachment कहते हैं। भेजे गए e-mail की एक कॉपी भेजने वाले के email account  पर भी उपलब्ध होता है जिसे बाद में देखा(view)
 परिवर्तित किया (Edit) पुनः भेजना(Forward) या डिलीट(Delete) किया जा सकता है ईमेल के विकास का श्रेय अमेरिकी वैज्ञानिक रे टामलि‌सन को जाता है।
       
                       इसे भी पढ़ें

       ई-मेल की तुलना परंपरागत डाक व्यवस्था से भी की जा सकती है ईमेल की सुविधा प्राप्त करने के लिए प्रत्येक उपभोक्ता का एक ईमेल एड्रेस (e-mail address) होता है जिसे ईमेल सर्विस प्रोवाइडर के पास ईमेल खाता खोलकर (e-mail account),प्राप्त किया जा सकता है उपयोगकर्ता अपने ईमेल एड्रेस तथा पासवर्ड का प्रयोग कर ई-मेल सर्वर से जुड़ता है जिसे (log-in) कहते हैं। उसके बाद हम दिए गए ईमेल एड्रेस पर संदेश (message) भेज सकते हैं ।

                     आवश्यक जानकारी

         ईमेल सर्वर प्रत्येक ईमेल खाता धारी को एक निश्चित मेमोरी प्रदान करता है जिसे mail box कहा जाता है ईमेल सेवा भेजे गए संदेश को प्राप्त करता के मेल बॉक्स में डाल देता है इस प्रकार संदेश पाने के लिए प्राप्तकर्ता का तत्काल कंप्यूटर पर उपस्थित होना आवश्यक नहीं है प्राप्तकर्ता अपनी सुविधानुसार इंटरनेट के जरिए संदेश को सर्वर से download किए बिना अपनी मेल बॉक्स खोल कर संदेश पड़ सकता है संदेश पढ़ने के बाद प्राप्त करता उस ईमेल को save कर सकता है, delete (नष्ट) कर सकता है उसका जवाब (Reply) दे सकता है या संदेश को ज्यों का त्यों या संशोधित कर दूसरे उपयोगकर्ता को (Forward) कर सकता है परंपरागत दाग व्यवस्था की तुलना में e-mail सेवा इतना तीव्र है कि परंपरागत डाक व्यवस्था को धीमा मेल (Snail Mail) कहा जाने लगा।
                      
                      यह भी जान लें
          
             इंटरनेट पर e-mail द्वारा संदेश भेजने के लिए एसएम डीपी SMTP (Simple Mail Transfer Protocol) का प्रयोग किया जाता है जबकि संदेश प्राप्त करने के लिए POP (Post Office Protocol) का प्रयोग किया जा सकता है।


ई-मेल के लाभ व हानि


लाभ : -संदेश भेजने का तीव्र व सस्ता माध्यम

        -ई-मेल के साथ टेक्स्ट, चित्र, ऑडियो तथा वीडियो फाइल भेजी जा सकती है।

हानि : -ई-मेल संदेश में आत्मीयता की कमी होती है।

       -ईमेल अटैचमेंट इंटरनेट पर वायरस फैलाने का आसान तरीका है।

       -गैर वांछित विज्ञापनों के लिए प्रयोग किया जाता है।

                      रोचक तथ्य

          विश्व का पहला ईमेल रे टामलि‌सन (Rey Tomlinson) ने 1971 में भेजा था इन्हें 'ईमेल सेवा का जनक' (Father of e-mail)  कहा जाता है।


दोस्तों आपका अमूल्य समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।

दोस्तों उम्मीद करता हूं कि यह जानकारी आपको कुछ जरूर महत्वपूर्ण लगी होगी और भी कंप्यूटर से संबंधित जानकारी पाने के लिए हमारी पोस्ट कांटी न्यू पढ़ते रहें धन्यवाद।



2 comments: