नमस्कार दोस्तों स्वागत है आप सभी का हमारे ब्लॉग पर दोस्तों इस पोस्ट में आप बहुत महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने वाले हैं दोस्तों इस पोस्ट में हम इंटरनेट शब्दावली के बारे में,जैसे लॉग इन,लॉग ऑफ, डाउनलोड, अपलोड, ऑनलाइन ,जेपीजी, पीडीएफ, रियल टाइम कम्युनिकेशन, थंबनेल, क्रॉस प्लेटफॉर्म आदि। दोस्तों इन सभी टॉपिक के बारे में हम विस्तार पूर्वक इस पोस्ट में आपको बताने वाले हैं तो दोस्तों पोस्ट को लास्ट तक जरूर पड़ेगा बहुत ही महत्वपूर्ण पोस्ट है धन्यवाद।
इंटरनेट शब्दावालियां (Terms Related to Internet)
उपयोगकर्ता कंप्यूटर (Client computer)
इंटरनेट से जुड़ा कंप्यूटर तो सर्वर कंप्यूटर के माध्यम से इंटरनेट की सुविधाओं का उपयोग करता है, Client computer कहलाता है ।
सर्वर कंप्यूटर (server computer) : उच्च भंडारण क्षमता तथा तीव्र गति वाला कंप्यूटर जिस पर एक या अधिक वेबसाइट की सूचनाएं/वेब पेज संग्रहित रहते हैं सरवर कंप्यूटर कहलाता है सरर कंप्यूटर अपने से जुड़े कंप्यूटरों को अनुरोध पर सूचना वेबपेज उपलब्ध कराता है या एक साथ कई उपयोगकर्ताओं को डाटा उपलब्ध करा सकता है।
सर्वर कई प्रकार के हो सकते हैं जैसे- web server, client server, email server आदि। किसी एक कंप्यूटर पर एक साथ कई प्रकार के सर्वर प्रोग्राम चल सकते हैं।
वेब पेज (web page) : वेब पेज एक इलेक्ट्रॉनिक पेज है जिसे HTML (HYPERTEXT MARKUP LANGUAGE) का प्रयोग कर बनाया जाता है। वेबसाइट पर दिखने वाला प्रत्येक पेज वेब पेज ही होता है। वेब पज में टेक्स्ट, चित्र, रेखा चित्र, ऑडियो, वीडियो, या हाइपरलिंक कुछ भी हो सकता है।
स्टैटिक/डायनमिक वेब पेज (Static dynamic web page) : स्टैटिक वेब पेज के कंप्यूटर स्क्रीन पर प्रदर्शित होने के बाद उसमें कोई परिवर्तन तब तक नहीं किया जा सकता जब तक उसे Refresh या
Update नहीं कर दिया जाए।
दूसरी तरफ, डायनेमिक वेब पेज के स्वरूप और तथ्यों (Content) में लगातार परिवर्तन होता रहता है। उपयोगकर्ता द्वारा दिए गए इनपुट या डेटाबेस के आधार पर कंप्यूटर स्वता वेब पेज में परिवर्तन कर लेता है ।डायनेमिक वेब पेज JAVA SCRIPT य Dynamic HTML लैंग्वेज सॉफ्टवेयर का प्रयोग कर तैयार किया जाता है।
वेब साइट (Web Site) : एक ही डोमेन नेम के अंतर्गत पाए जाने वाले वेब पेज का संकलन वेबसाइट कहलाता है किसी वेबसाइट में एक या अधिक वेब पेज हो सकते हैं वेबसाइट के विभिन्न पेज आपस में हाइपरलिंक द्वारा जुड़े होते हैं।
होम पेज (Home Page) : किसी वेबसाइट का पहला आजा मुख्यपृष्ठ होमपेज कहलाता है किसी वेबसाइट को खोलने पर सबसे पहले उसका होमपेज ही कंप्यूटर पर प्रदर्शित होता है होम पेज पर वेबसाइट पर उपलब्ध विषयों की सूची (Index) हो सकती है। किसी वेबसाइट पर के विभिन्न पेज को देखते समय Home बटन क्लिक करने पर उसका होम पेज स्वतः सामने आ जाता है।
होस्ट (Host) : इंटरनेट सेवा व अन्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए नेटवर्क से जुड़ा प्रत्येक कंप्यूटर पोस्ट कहलाता है।
इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (internet service provider) : यह इंटरनेट सेवा प्रदान करने वाली एक संस्था है जिसमें एक या अधिक गेटवे (Gateway) कंप्यूटर रहता है तथा जो इससे जुड़े अन्य कंप्यूटर को इंटरनेट से जोड़ने की सेवा प्रदान करता है।
एनोनिमस सरवर (anonymous server) : वह सर्वर से जुड़ने के लिए पासवर्ड (Password) या किसी अन्य पहचान (authentication) की जरूरत नहीं होती एनोनिमस सर्वर कहलाता है।
थंबनेल (Thumbnail) : किसी चित्र या मैं को प्रदर्शित करने वाला नाखून (nail) के आकार का छोटा रूप (Thumbnail) कहलाता है। इसे क्लिक करके चित्र का बड़ा आकार देखा जा सकता है।
क्रॉस प्लेटफॉर्म (cross platform) : ऐसा सॉफ्टवेयर जो किसी भी operating system कंप्यूटर हार्डवेयर या किसी भी के साथ काम कर सकता है, cross platform कहलाता है।
नोड (Node) : किसी भी नेटवर्क से जुड़े प्रत्येक कंप्यूटर सरवर या कोई अन्य उपकरण नोट कहलाता है।
यह कंप्यूटर नेटवर्क का अंतिम बिंदु या टर्मिनल होता है।
फ्रेम (Frame) : वेब ब्राउजर विंडो के भीतर स्थित आयताकार स्थान जो कई वेबपेज को एक साथ प्रदर्शित करता है फ्रेम कहलाता है।
वर्चुअल रियलिटी (virtual reality) : इंटरनेट पर उपलब्ध वेब पेज को वास्तविकता के नजदीक लाने तथा जीवत बनाने के लिए उसमें त्रि-आयामी प्रभाव (three dimensional effect) डाला जाता है जिसे virtual reality कहते हैं।
VRML (VIRTUAL REALITY MODELLING LANGUAGE) भाषा का प्रयोग कर वेब पेज में वर्चुअल रियलिटी का आभास डाला जाता है। VRML को HTML (Hyper Text Markup Language) का three dimensional (3D) रूट कहा जा सकता है।
पॉप अप (Pop up) : वर्ल्ड वाइड वेब पर सर्फिंग करते समय या वेबपेज पढ़ते समय स्वयं खुलने वाला छोटा विंडो पॉप अप कहलाता है। यह सामान्यतः अवांछित विंडो होता है जिसका प्रयोग ऑनलाइन व्यवसायिक विज्ञापनों के लिए किया जाता है।
लॉग इन (Log in) : इंटरनेट पर किसी अन्य कंप्यूटर या सर्वर से जुड़ने की प्रक्रिया ताकि उस कंप्यूटर या सरवर की सुविधाओं तथा सूचनाओं का उपयोग किया जा सके लॉग इन कहलाता है।
लॉग ऑफ (Log off) : इंटरनेट पर किसी कंप्यूटर का सरवन से जुड़कर अपना कार्य समाप्त कर उस प्रोग्राम से बाहर निकलने की प्रक्रिया लॉग ऑफ कहलाता है।
डाउनलोड (Download) : किसी नेटवर्क में किसी दूसरे कंप्यूटर का सर्वर से डाटा या सूचना को स्थानांतरित करना Download कहलाता है। डाउनलोड किए गए फाइल ( डाटा या सूचना ) को स्थानीय कंप्यूटर या संग्रहित तथा प्रोसेस किया जा सकता है डाउनलोड के लिए 'Get' आदेश दिया जाता है।
अपलोड (upload) : किसी नेटवर्क में डाटा यह सोचना कोई स्थानीय कंप्यूटर से किसी दूसरे कंप्यूटर या सरवर आदि को भेजने की प्रक्रिया अपलोड कहलाती है। अपलोड किए गए डाटा को दूसरे कंप्यूटर पर स्थाई तौर पर संग्रहित व प्रोसेस किया जा सकता है। अपलोड के लिए 'Put' आदेश दिया जाता है।
ऑनलाइन(Online) : जब कोई कंप्यूटर दिया उपकरण चालू हालात में रहते हुए उपयोग के लिए तैयार (ready for use) रहता है या किसी दूसरे उपकरण से जुड़ा रहता है, तो उसे ऑनलाइन कहा जाता है।
इंटरनेट के बढ़ते उपयोग के बाद, इंटरनेट या किसी अन्य नेटवर्क से जुड़े हुए कंप्यूटर या उपकरण को ऑनलाइन कहा जाता है।
ऑफ लाइन (Off line) : जब कोई कंप्यूटर उपकरण पावर सप्लाई बंद कर देने के कारण चालू हालत में ना हो या किसी अन्य उपकरण से जुड़ा ना हो तो उसे ऑफलाइन कहते हैं।
वर्तमान में जब कोई कंप्यूटर या उपकरण इंटरनेट या किसी अन्य नेटवर्क से जुड़ा हुआ ना हो तो उसे ऑफलाइन कहा जाता है।
क्लाउड कंप्यूटिंग (Cloud computing) : किसी कंप्यूटर द्वारा इंटरनेट से जुड़े कर इंटरनेट पर उपलब्ध सुविधाओं का उपयोग करना क्लाउड कंप्यूटिंग कहलाता है। इसमें वर्ल्ड वाइड वेब, सोशल नेटवर्किंग साइट जैसे- फेसबुक, टि्वटर, यू- ट्यूब, आदि वेब ब्राउजर ई-मेल, ऑनलाइन बैकअप आदि शामिल होते हैं।
रियल टाइम कम्युनिकेशन ( Real time communication) : दो या अधिक उपयोगकर्ताओं के बीच सीधा संवाद स्थापित कर तत्काल सूचनाओं का आदान-प्रदान रियल टाइम कम्युनिकेशन कहलाता है। इसे 'जीवंत संवाद' (Live communication) भी कहा जाता है। जैसे- टेलीफोन, मोबाइल फोन, टेलीकॉन्फ्रेसिंग, वीडियो कॉन्फ्रेसिंग, वायस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (voice over internet protocol) आदि द्वारा स्थापित संवाद।
एमपीईजी (MPEG- Moving Picture Experts Group) : या वीडियो डाटा या फाइल को डिजिटल रूप में संपीडित (Compress) कर नेटवर्क पर भेजने या संग्रहित करने की तकनीक है इसका प्रयोग कर चल चित्रों द्वारा सिनेमा आदि को नेटवर्क पर भेजा तथा देखा जा सकता है।
जेपीईजी (JPEG-Joint Photographic Expert Group) : यह चित्र (Picture) तथा रेखा चित्रो (Graphics) आदि को डिजिटल डाटा में परिवर्तित कर नेटवर्क पर भेजने, संग्रहित करने तथा देखने की एक लोकप्रिय तकनीक है।
पीडीएफ (PDF-Portable Document Format) : यह विमीय डॉक्यूमेंट (2 dimentional document) जैसे- टेक्स्ट, चित्र, रेखा चित्र आदि को संग्रहित करने (store) तथा स्थानांतरण(transfer) के लिए गठित एक प्रचलित मानक है। इसे Adobe system द्वारा 1993 में जारी किया गया था।
भारत में इंटरनेट (Internet in India)
भारत में इंटरनेट का आरंभ 80 के दशक में हुआ जब अर्नेट (ERNET-EDUCATION AND RESEARCH NETWORK) के माध्यम से भारत के पांच प्रमुख संस्थानों को जोड़ा गया। बाद में नेशनल इनफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) द्वारा देश के सभी जिला मुख्यालयों को प्रशासनिक सुविधा हेतु नेटवर्क से जोड़ा गया वर्तमान में एनआईसी सरकारी तथा गैर सरकारी संगठन को अपनी सेवाएं उपलब्ध करा रहा है।
भारत में जन सामान्य के लिए इंटरनेट सेवा का आरंभ 15 अगस्त 1995 को विदेश संचार निगम लिमिटेड (VSNL) द्वारा किया गया।
आपका अपना अमूल्य समय देने के लिए दोस्तों बहुत-बहुत धन्यवाद।
आप सभी इसी तरह अपना अमूल्य समय देते रहें और हम आपके लिए इसी तरह लगातार मेहनत करते रहेंगे और आपके लिए महत्वपूर्ण बिंदु लाते रहेंगे हमारी कोशिश यही रहेगी आपके लिए और भी बेहतरीन बिंदु ला सके धन्यवाद।
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