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Sunday 14 June 2020

इनपुट और आउटपुट डिवाइसेज के नाम

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आप सभी का हमारे ब्लॉग.. madhavCS5 पर

...दोस्तों आज के इस टॉपिक में हम बात करने वाले हैं इनपुट और आउटपुट डिवाइस के बारे में जो कि हम इमेजेस के साथ में आपको बताएंगे इनपुट डिवाइस कितने प्रकार की होती हैं और आउटपुट डिवाइस कितने प्रकार की होती हैं आप हमारी पूरी पोस्ट जरूर पढ़ें आइए आगे बढ़ते हैं ।


इनपुट और आउटपुट डिवाइसेज के नाम

इनपुट डिवाइस

यह वे हार्डवेयर होते हैं जो डाटा को कंप्यूटर में भेजते हैं बिना इनपुट यूनिट के कंप्यूटर टीवी की तरह दिखने वाली है कैसी डिस्प्ले यूनिट हो जाता है जिससे उपयोगकर्ता कोई कार्य नहीं कर सकता जैसे कीबोर्ड माउस आदि।

कुछ प्रमुख इनपुट डिवाइस के नाम

(I)  की-बोर्ड (Keyboard)

यह सर्वाधिक प्रयोग में लाई जाने वाली इनपुट डिवाइस है इससे कंप्यूटर में डाटा या सूचनाएं इनपुट कराई जाती हैं यह टाइपराइटर के समान होता है इसमें कुंजियों को दबाकर कोई भी टेक्स्ट; जैसे- शब्द, संख्याएं और अनेक तरह के चिन्ह टाइप किए जा सकते हैं।


       


तो आइए जानते हैं कि बोर्ड मैं कुंजियां कितने प्रकार की होती हैं-

कीबोर्ड में कुंडलियों के प्रकार

(a) अक्षरांकीय कुंजियां (Alphanumeric Keys)
इसके अंतर्गत अक्षर कुंजियां (A, B,...........Z) और अंकीय कुंजियां (0,1,2.........9) आती हैं।


(b) विराम चिन्ह कुंजियां (punctuation keys) कामा, डॉट, सेमीकालन, ब्रैकेट, कोष्टक इत्यादि विराम चिन्ह कुंजियां कहलाते हैं।


(c)  विशेष कुंजियां (Special Keys) कंट्रोल, ऐरो, कैप्सलॉक, डिलीट, ऑल्ट, शिफ्ट कुंजियां इत्यादि विशेष कुंजियां कहलाती हैं।


(d) माडिफायर कुंजियां  (modifier keys)  शिफ्ट, कंट्रोल तथा आल्ट कुंजिया माडिफायर कुंजिया कहलाती हैं।



(e) फंक्शन कुंजियां (Function Keys) F1 से F12 तक की फुंसियों को फंक्शन  कुंजी कहते हैं इनका प्रयोग कंप्यूटर में परिभाषित विशिष्ट कार्यों के लिए किया जाता है।


(II) माउस  (Mouse) या एक प्रकार की पेंटिंग और इनपुट डिवाइस दोनों है इसका प्रयोग कर्स़र  या प्वाइंटर को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए करते हैं। इसके अतिरिक्त माउस का प्रयोग कंप्यूटर में ग्राफिक्स (Graphics) की सहायता से कंप्यूटर को निर्देश देने के लिए करते हैं इसमें सामान्यता दो या तीन बटन होते हैं एक बटन को बायां बटन (Left Button) और एक बटन को दायां बटन (Right Button) कहते हैं दोनों बटन ओं के बीच में एक स्क्रोल व्हील (Scroll Wheel) होता है, जिसका प्रयोग किसी फाइल में ऊपर या नीचे के पेज पर कर्सर को ले जाने के लिए करते हैं।




माउस सामान्यता तीन प्रकार के होते हैं

1. वायरलेस माउस (Wireless Mouse)

2. मैकेनिकल माउस (Mechanical Mouse)

3. ऑप्टिकल माउस (Optical Mouse)

 माउस के चार प्रमुख कार्य

1. क्लिक या लैफ्ट क्लिक (click or left click) यह स्क्रीन पर किसी एक आब्जेक्ट को चुनता है।

2. डबल क्लिक (Double Click) इसका प्रयोग एक डॉक्यूमेंट या प्रोग्राम को खोलने के लिए करते हैं।

3. दायां क्लिक (Right Click) स्क्रीन पर आदेशों की एक सूची दिखाता है अदाएं क्लिक का प्रयोग किसी चुने हुए ऑब्जेक्ट के गुण को एक्सेस करने के लिए करते हैं।

4. ड्रैग और ड्रॉप (Drag and Drop) इसका प्रयोग किसी ऑब्जेक्ट को स्क्रीन पर एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए करते हैं।

(III) ट्रैकबॉल (Trackball)  यह एक प्रकार की प्वाइंट इन डिवाइस है जिसे माउस की तरह प्रयोग किया जाता है इसमें एक बार ऊपरी सतह पर होती है इसका प्रयोग कर्स़र के मूवमेंट (Movement) को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है।

 इसका प्रयोग CAD (Computer Aided Design Workstation,  CAM (Computer Aided Manufacturing Workstation) वर्कस्टेशनों कंप्यूटरीकृत वर्कस्टेशनों (Computerised Workstation) जैसे कि एयर-ट्रेफिक कंट्रोल रूम राडार कंट्रोल आदि ।


(IV) जॉयस्टिक (Joystick) या एक प्रकार की पॉइंटिग डिवाइस होती है जो सभी दिशाओं में मूव करती हैं और कर्स़र के मूवमेंट को कंट्रोल करते हैं जॉयस्टिक का प्रयोग फ्लाइट सिम्युलेटर (Flight Simulator)  कंप्यूटर गेमिंग, CAD/CAM सिस्टम में किया जाता है इसमें एक हैंडल (Handle) लगा होता है जिसकी सहायता से कर सके मूवमेंट को कंट्रोल करते हैं।

Joystick





(V) लाइट पेन (Light Pen) हाथ से चलाने वाली electro-optical पॉइंट डिवाइस है, जिसका प्रयोग ड्राइंग (Drawings) ग्राफिक्स बनाने के लिए और मेनू सिलेक्ट करने के लिए करते हैं, यह पेन स्क्रीन के पास जाकर प्रकाश को सेन्स (Sense) करता है तथा उसके बाद पल्स (Pulse) उत्पन्न करता है । इसका प्रयोग मुख्य रूप से पर्सनल डिजिटल असिस्टेंट (Personal Digital Assistant, PDA) में करते हैं इसका प्रयोग स्क्रीन पर किसी विशिष्ट स्थिति (Location) को पहचानने के लिए करते हैं।


(VI) टच स्क्रीन  (Touch Screen) या यह प्रकार की इनपुट डिवाइस है जो उपयोगकर्ता से तब इनपुट लेता है जब उपयोगकर्ता अपनी अंगुलियों को कंप्यूटर स्क्रीन पर रखता है टच स्क्रीन का प्रयोग सामान्यता एटीएम (ATM), एयरलाइन आरक्षण (Airline Reservation), बैंक (Bank), सुपर मार्केट (Super Market), मोबाइल (Mobile) आदि के कार्यों में किया जाता है।





(VII) बारकोड रीडर (Barcode Reader) या एक इनपुट डिवाइस होती है जिसका प्रयोग किसी उत्पाद (Product) पर छपे हुए बारकोड यूनिवर्सल प्रोडक्ट कोड को पढ़ने के लिए किया जाता है बारकोड रीडर से प्रकाश की किरण निकलती है फिर उस किरण को बारकोड इमेज पर रखते हैं एक बार कोड पहचानने के बाद इसे सांख्यिक कोड (Numeric Code) में परिवर्तित करता है। बारकोड रीडर का अधिक प्रयोग सुपर मार्केट में किया जाता है, जहां पर बारकोड रीडर के द्वारा आसानी से किसी उत्पाद का मूल्य पढ़ा जाता है। बारकोड गाढ़ी और हल्की स्याही की ऊर्ध्वाधर रेखाएं हैं, जो सूचना के रूप में प्रस्तुत किए जाते हैं तथा मशीन इसे आसानी से पढ़ लेती हैं।




(VIII) ऑप्टिकल मार्क रीडर (Optical Mark Reader, OMR) यह एक प्रकार की इनपुट डिवाइस है, जिसका प्रयोग किसी कागज पर बनाए गए चिन्हों को पहचानने के लिए किया जाता है। यह कागज पर प्रकाश की किरण छोड़ता है और प्रकाश की किरण जिस चिन्ह  पर पड़ती है, उस चिन्ह को OMR पढ़कर कंप्यूटर को इनपुट दे देता है।

OMR की सहायता से किसी वस्तुनिष्ठ प्रकार (Objective Type) की प्रयोगात्मक परीक्षा की उत्तर पुस्तिका की जांच की जाती है। इसकी सहायता से हजारों प्रश्नों के उत्तर बहुत ही कम समय में आसानी से जांचा जा सकता है।




(IX) ऑप्टिकल कैरक्टर रिकॉग्निशन (optical character recognition, OCR) प्रकाश स्रोत की सहायता से कैरेक्टर की आकृति को पहचानने की तकनीक को अब निकल कैरक्टर रिकॉग्निशन कहा जाता है। यह ओ एम आर (OMR) का ही विकसित रूप है। यह केवल साधारण चिन्हों को ही नहीं बल्कि छापे गए या हाथ से साफ-साफ लिखे गए अक्षरों को भी पढ़ लेता है, इसका उपयोग पुराने डॉक्यूमेंट को पढ़ने में किया जाता है, इसका प्रयोग जैसे- टेलीफोन, इलेक्ट्रिसिटी बिल, बीमा प्रीमियम आदि को पढ़ने में किया जाता है। OCR  की अक्षरों को पढ़ने की गति 1500 से 3000 कैरेक्टर प्रति सेकंड होती है।




(X) मैग्नेटिक इंक कैरक्टर रिकॉग्निशन  (Magnetic Inc Character Recognition, MICR) या सूचनाओं के आकार का परीक्षण मैट्रिक्स के रूप में करता है,उसके बाद उसे पड़ता है और पढ़ने के बाद सूचनाओं को कंप्यूटर में भेजता है इसका प्रयोग बैंकों में चेक में नीचे छापे मैग्नेटिक एनकोडिंग संख्याओं को पहचानने और प्रोसेस करने के लिए किया जाता है।

2आउटपुट यूनिट/डिवाइसेज  Output Unit/Devices  इन डिवाइस इस का प्रयोग सीपीयू से प्राप्त परिणाम को देखने अथवा प्राप्त करने के लिए किया जाता है आउटपुट डिवाइस आउटपुट को हार्ड कॉपी अथवा सॉफ्ट कॉपी के रूप में प्रस्तुत करता है सॉफ्ट कॉपी वह आउट होता है जो उपयोगकर्ता को कंप्यूटर के मॉनिटर पर दिखाई देता है अथवा स्पीकर में सुनाई देता है जबकि हार्ड कॉपी आउटपुट होती हैं जो उपयोगकर्ता को पेपर पर प्राप्त होता है।


कुछ प्रमुख आउटपुट डिवाइस निम्न है जो आउटपुट को हार्ड कॉपी सॉफ्ट कॉपी के रूप में प्रस्तुत करते हैं

मॉनिटर

कैथोड रे ट्यूब

एल सी डी

एल ई डी

प्रिंटर

प्लॉटर

हेडफोंस

स्पीकर

प्रोजेक्टर



भाषण संश्लेषक Speech Synthesizar 

भाषण संश्लेषण (Synthesis) मानव भाषण का कृतिम (Artificial)  उत्पादन है। इस उद्देश्य के लिए उपयोग की जाने वाली के कंप्यूटर प्रणाली को भाषण कंप्यूटर (Speech Computer) या भाषण सिंथेसाइजर (Speech Synthesizer) कहा जाता है। इसका उपयोग टेक्स्ट से ध्वनि उत्पन्न करने के लिए किया जाता है और इसे सॉफ्टवेयर तथा हार्डवेयर में इंप्लीमेंट किया जा सकता है। एक टेक्स्ट-टू-स्पीच (TTS) सामान्य भाषा टेक्स्ट को भाषण (Speech) में परिवर्तित करती है।


आपका अपना अमूल्य समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद

उम्मीद करता हूं इनपुट डिवाइस और आउटपुट डिवाइस अच्छे से समझ में आया होगा।

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