Internet
June 25, 2020
ई-मेल क्या है ? और ई-मेल के प्रयोग
ईमेल सोशल नेटवर्किंग और ई गवर्नेंस सर्विसेज
परिचय introduction
इंटरनेट की सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली सेवाएं इलेक्ट्रॉनिक मेल में ईमेल है इलेक्ट्रानिक मेल एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक संदेश होता है जो किसी नेटवर्क से जुड़े विभिन्न कंप्यूटरों के मध्य भेजा और प्राप्त किया जाता है सोशल नेटवर्किंग दोस्तों परिवारों सहपाठियों क्लाइंटो आदि के साथ संपर्क कनेक्शन आदि के लिए इंटरनेट आधारित सोशल मीडिया प्रोग्रामों का उपयोग है यह सामाजिक तथा व्यवसायिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए हो सकता है सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट और प्रभावशाली कंपनियों में से एक बन गया है।
ई- गवर्नेंस सरकार और जनता के मध्य एक सफल माध्यम है प्रत्येक व्यक्ति e-governance के माध्यम से सरकार से जुड़ जाता है और अपने गांव जिले के सरकारी अधिकार आय प्रमाण पत्र छात्रवृत्ति की स्थित सरकारी अधिकारियों की स्थित आदि के बारे में जान सकता है।
इलेक्ट्रॉनिक मेल electronic mail
ई-मेल का पूर्ण रूप इलेक्ट्रॉनिक मेल है ईमेल के माध्यम से कोई व्यक्ति विशेष आयोजनों का समूह दुनिया भर में किसी से भी संदेशों का आदान प्रदान कर सकता है।
ई-मेल संदेश के दो घटक होते हैं ई-मेल एड्रेस और मैसेज किसी भी ई-मेल प्रदाता की वेबसाइट जैसे जीमेल हॉटमेल याहू मेल पर साइन अप कर के नए ई-मेल एड्रेस को यूज़र द्वारा बनाया जा सकता है।
इसका प्रयोग करके ई-मेल को क्रेडिट सेंड रिसीव फॉरवर्ड स्टोर प्रिंट और डिलीट किया जा सकता है ई-मेल का प्रयोग करके साधारण टैक्स डॉक्यूमेंट ग्राफिक्स ऑडियो वीडियो और इमेज आदि भेजे जा सकते हैं।
ई-मेल के लाभ advantages of email
ई-मेल के माध्यम से संदेशों के साथ-साथ उनकी दिनांक व समय को भी सुरक्षित रख सकते हैं
ई-मेल एड्रेस इंटरनेट पर व्यक्ति की पहचान व वेबसाइटों पर रजिस्ट्रेशन करने में अत्यंत लाभप्रद है
ई-मेल द्वारा संदेशों को व्यावहारिक पत्राचार की तुलना में बहुत तेज गति से संप्रेषित Transmit किया जा सकता है
ई-मेल के द्वारा पत्रों संदेशों के होने की आशंका समाप्त हो जाती है
ई-मेल को केवल वही यूजर डाउनलोड कर सकता है जिसे वह भेजा गया है
डाक सेवा के अतिरिक्त ईमेल का प्रयोग करने से पेपर की भी बचत होती है वह ईमेल को कागजी दस्तावेजों की तुलना में संभालना आसान होता है
ई-मेल का प्रयोग वर्तमान में विज्ञापनों में बिजनेस प्रमोशन इत्यादि में भी किया जाता है
ई-मेल की हानियां Disadvantages of E-mail
ई-मेल के लाभ होने के साथ-साथ उसकी कुछ हानियां भी हैं जो निम्नलिखित हैं
ई-मेल के पासवर्ड के चोरी होने पर कोई भी अज्ञात व्यक्ति उसका प्रयोग कर सकता है
प्राप्त किए गए ईमेल में वायरस हो सकता है जो हानिकारक छोटे प्रोग्राम होते हैं वायरस प्रोग्राम ईमेल से संबंधित कुछ जानकारी को चुराकर अनुचित ईमेल को अन्य ईमेल एड्रेस पर भेज सकते हैं
कई यूजर्स अन्य यूजर्स को अवांछित ई-मेल भेजते हैं जिसे स्पैम कहते हैं
यूजर को मेल बॉक्स को समय-समय पर मैनेज करना होता है अन्यथा मेलबॉक्स फुल हो जाएगा व आगामी ई-मेल को प्राप्त नहीं किया जा सकेगा
ई-मेल का प्रयोग सरकारी व्यापार में नहीं किया जा सकता क्योंकि यदि ई-मेल क्रिडेंशियल किसी अवैध गुजर को पता चल जाए तो उसका गलत प्रयोग कर सकता हैं।
ई-मेल मैसेज का स्ट्रक्चर structure of email message
ई-मेल मैसेज का सामान्य स्ट्रक्चर निम्न कंपोनेंटओ शामिल करता है
To
यह फील्ड प्राप्तकर्ता Recipient की ई-मेल एड्रेस को शामिल करता है। यह ई-मेल मैसेज का सबसे पहला फील्ड होता है।
Cc
इसका पूरा नाम कार्बन कॉपी carbon copy है। यह प्राप्त कर्ताओं के एड्रेस को शामिल करता है , जिन्हें यूजर्स ईमेल मैसेज को कॉपी भेजना चाहते हैं।
BCC
इसका पूरा नाम ब्लाइंड कार्बन कॉपी blind carbon copyहै। यह फिल्ड भी प्राप्त कर्ताओं की लिस्ट को शामिल करता है। BCC. प्राप्तकर्ता। To और cc एड्रेस को देख सकते हैं।
Subject
यह फील्ड मैसेज के शीर्षक title को शामिल करता है।
Attachments
किसके द्वारा ई-मेल मैसेज के साथ किसी भी फाइल जैसे टेक्स्ट इमेज ऑडियो वीडियो इत्यादि को जोड़ सकते हैं।
Body
यह फिल्ड ई-मेल मैसेज के टेक्स्ट को शामिल करता है वास्तविक कंटेंट इसी भाग में संग्रहित होता है इस फील्ड में प्रेषक sender ई-मेल सिस्टम द्वारा स्वचालित रूप से उत्पन्न हस्ताक्षर या टेस्ट भी शामिल हो सकते हैं। प्रत्येक उपयोगकर्ता द्वारा उपयोग की जाने वाली विभिन्न ई-मेल सिस्टम के अनुसार ई-मेल के कंटेंट भिन्न हो सकते हैं।
Formatting
फॉर्मेटिंग टैब का प्रयोग करके यूजर्स अपने मैसेज को फॉर्मेट कर सकते हैं।
Other options
यूजर्स अन्य विकल्प जैसे इमोटिकॉन बोल्ड इटैलिक हाइपरलिंक इत्यादि का प्रयोग करके मैसेज को अधिक आकर्षक बना सकते हैं।
Send button
ई-मेल को भेजने के लिए सेंड बटन पर क्लिक किया जाता है।
ईमेल ऐड्रेसिंग email addressing
ई-मेल भेजने और प्राप्त करने के लिए यूजर के पास ई-मेल एड्रेस का होना अत्यंत आवश्यक है। ईमेल एड्रेस किसी ई-मेल सर्वर पर ऐसा स्थान होता है। जहां ई-मेल स्टोर की जाती है। ई-मेल सर्वर द्वारा ई-मेल भेजी जाती है। इस स्थान को मेल बॉक्स mailbox भी कहा जाता है।जब यूजर किसी इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर कंपनी में इंटरनेट कनेक्शन खरीदता है,तो वहां सामान्यतया यूजर के लिए एक मेल बॉक्स भी बना देता है और उस मेल बॉक्स का एड्रेस यूजर को दे देता है जिसे ई-मेल एड्रेस कहा जाता है। ई-मेल एड्रेस में सामान्यतया निम्न 2 भाग होते हैं। जो @चिन्ह से अलग रहते हैं
Username@hostname
जहां, username मेल बॉक्स का नाम है। यह सामान्यतया यूजर के यूजरनेम के समान होता है, जिसके द्वारा यूजर अपने कंप्यूटर को इंटरनेट से जोड़ते हैं।
Hot name or domain name मेल सर्वर का नाम होता है, जिस पर आपका ई-मेल अकाउंट है।
ई-मेल एड्रेस के कुछ उदाहरण निम्न हैं
madhavCS5@gmail.com
madhavCS5@yahoo.com
इनमें से किसी भी वेब पोर्टल में मेल बॉक्स बनाने के लिए यूजर को अपने बारे में सूचनाएं देते हुए एक ऑनलाइन फार्म भरना होता है और अपने यूजर नेम तथा पासवर्ड की पसंद भी बतानी होती है। विवरण descriptionस्वीकृत होने पर वेब पोर्टल यूजर को वही यूजरनेम तथा पासवर्ड प्रदान कर देता है और यूजर का मेल बॉक्स अपने मेल सर्वर पर बना देता है।
यूजर जो भी ई-मेल प्राप्त करता है वह मेल बॉक्स में स्टोर कर दी जाती है भले ही यूज़र उसकी प्राप्ति के समय इंटरनेट से जुड़ा हो या नहीं। यूजर उस वेब पोर्टल के होम पेज पर जाकर और अपने यूजर नेम और पासवर्ड द्वारा साइन इन sign in करके अपनी मेल बॉक्स को कभी भी खोल सकते हैं।
ई-मेल के प्रयोग use of e-mail
ई-मेल को इंटरनेट के माध्यम से किसी को भी भेजा जा सकता है, जिसके पास ईमेल एड्रेस है।
ई-मेल के प्रयोग निम्नलिखित हैं
ई-मेल अकाउंट खोलना opening an e-mail computer
ई-मेल अकाउंट खोलने के लिए बहुत सी फ्री वेबसाइट /वेब पोर्टल उपलब्ध है जैसे www.hotmail.com,
www.yahoo.com, www.gmail.com, www. msn.com, www.rediffmail.com आदि इनमें से किसी भी वेबसाइट के द्वारा यूजर अपना रजिस्ट्रेशन एक नई यूजर के रूप में करा कर अपना ई-मेल अकाउंट बना सकता है।........................................